मेरे चारों बच्चे मेरी जान-2

अभिषेक अब 18 का हो गया था और बारहवीं पास कर ली थी। अच्छे नंबर से ही पास हुआ था और दिल्ली के किसी भी अच्छे कॉलेज में दाखिला मिल जाता। लेकिन उसके सपने कुछ अलग थे। एक दिन मैंContinue reading… मेरे चारों बच्चे मेरी जान-2

शीला की जवानी-3

जिस तरह मकान मालकिन ज्योति ने केक खाते हुए मेरी उंगली चूसी थी ये तो लग ही गया था कि ज्योति मुझसे चुदाई करवाना चाहती थी। मैंने पेण्ट कि ऊपर से लंड पकड़ कर ज्योति को मैंने साफ़ ही कहContinue reading… शीला की जवानी-3

शीला की जवानी- 5

शीला के मुझे बार-बार भैया बोलने से मेरी हंसी छूट रही थी। जब मैंने उसे भैया बोलने से मना किया, तो शीला ने अपनी आदत के मुताबिक ही जवाब भी दिया। शीला फिर बोली,”अरे तो क्या हुआ जीत भैया? लोगContinue reading… शीला की जवानी- 5

शीला की जवानी- 7

दस मिनट की एक और चुदाई के बाद ज्योति भरजाई की चूत फिर पानी छोड़ गयी, मगर मेरा लंड खड़े का खड़ा था। ज्योति झड़ चुकी थी। मेरा खड़ा लंड ज्योति की चूत में ही था। ज्योति को लगा किContinue reading… शीला की जवानी- 7

शीला की जवानी- 8

जब ज्योति को इस ख़ास कंडोम की ख़ास बनावट समझ में आ गयी, तो उसने आगे से इसी कंडोम के साथ चुदाई का मन बना लिया। आखिर बुराई भी क्या थी कंडोम चढ़ा कर चुदाई करवाने में अगर चूत मेंContinue reading… शीला की जवानी- 8