पिछले एअर मे मुम्बई में जॉब कर रहा था। वहा मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कुमकुम था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी कड़क और एकदम माल जैसी दिखती हैं। कुमकुम भी एक ऐसी ही हसीना थी, जो उसे एक बार देख लेता। बस फिर वो उसे देखता ही रहता है।
क्या कहूँ उसके बारे में। बड़ी-बड़ी आँखें, पिंक कलर के होंठ और मदमस्त फिगर तो सन्नी लियोनी से भी अच्छा 32-28-34 का जानलेवा फिगर था। यारों वो चलती-फिरती किलर मशीन थी। उसका रंग तो ऐसा गोरा कि दूध भी शर्मा जाए। बस एक ही दिक्कत थी कि वो शादीशुदा थी। उसकी 3 साल पहले अरेंज मैरिज हो चुकी थी और उसका एक बेबी भी था।
लेकिन समस्या ये थी कि उसका पति उसको सेक्स का सुख तो देता था लेकिन साथ में उसको मारता भी था।
उसकी और मेरी मुलाकात एक दिन जब हुई, जब वो अपनी सहेली से मिलने हमारे ऑफिस आई। वहा आकर वो रोने लगी कि कैसे उसके ससुराल वाले उस पर जुल्म किया करते थे। मे उसकी बातें वहीं एक तरफ बैठ कर ध्यान से सुनता रहा और बातें सुनने के साथ धीरे-धीरे उसको बार-बार देख भी रहा था।
अचानक उसने मुझे देख लिया कि मे उसे बार-बार देख रहा हूँ। मेरी तो गांड ही फट गई थी। मुझे लगा कहीं वो मुझे आकर कुछ बोल ना दे। फिर कुछ देर बाद वो वहा से चली गई, लेकिन मेने देर ना करते हुए उसकी सहेली से उससे फ्रेंडशिप करने के लिए बोला।
बहुत देर तक समझाने के बाद उसकी फ्रेंड मान गई और अगले ही दिन उसने कुमकुम को बोल दिया कि विराट तुमसे फ्रेंडशिप करना चाहता है।
लेकिन कुमकुम ने बोला कि क्या उसे पता है कि मेरी शादी हो चुकी है और मेरा बेबी भी है?
उसने कहा- हा उसे पता है।
लेकिन फिर भी कुमकुम ने मना कर दिया।
फिर मेने उसकी सहेली को बोला कि वो उससे रात में बात करके उसको मेरा नम्बर दे दे और उसकी सहेली ने ऐसा ही किया, उसने कुमकुम को मेरा नम्बर दे दिया।
फिर दो दिन बाद रात को करीब 11 बजे उसका व्हाटसैप पर मैसेज आया। मे समझ गया कि वो भी फ्रेंडशिप करना चाहती है।
हम लोग फिर बातें करने लगे और बात करते-करते रात कब निकल गई। कुछ पता ही नहीं चला।
फिर अगले दिन उसका कॉल आया और मेने उससे उसकी मॅरीड लाइफ के बारे में पूछा तो वो रोने लगी। फिर वो रोते हुए अपने पति के बारे में बताने लगी।
मेने उसे चुप कराया और कहा- पति की जगह मे हूँ ना।
वो हंस पड़ी और उसने मुझे ‘आई लाइक यू।’ बोला।
हम लोग ऐसे ही बात करते-करते सेक्स की बातें करने लगे।
फिर एक दिन ऐसा आया कि उसने मुझे अपने घर बुलाया क्योंकि उसका पति अक्सर बाहर ही रहता था। उस दिन जब मे उसके घर गया तो वो एक सोफे पर बड़ी मादक अंदाज में बैठी थी। इस तरह बैठे हुए वो एकदम स्वर्ग की अप्सरा सी लग रही थी। क्या मस्त ड्रेस पहन रखी थी उसने। ग्रीन सूट और सलवार में वो एकदम पटाखा लग रही थी।
उसके मम्मे पहले के मुक़ाबले और भी बड़े लग रहे थे। क्या उठी हुई गांड थी यार। मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।
मेरे अन्दर जाते ही वो खड़ी हो गई। वो मेरे लिए पानी लेकर आई और फिर कोल्डड्रिंक लेकर आई। मे धीरे-धीरे शिप करते हुए कोल्डड्रिंक पीने लगा और उससे बातें करने लगा। कुछ ही देर में मे उसके साथ मस्ती करने लगा।
इतना करने के बाद वो रोने लगी कि एक तुम हो जो मुझे बात-बात पर हंसाते हो और एक मेरा पति है जो मुझे मारता है।
मेने बोला- जानू मे हूँ ना तेरा पति।
मेरे इतना कहते ही वो मुझसे बोली- सिर्फ नाम के ही पति हो। या कुछ काम के भी हो?
मे समझ गया था कि आज ये पक्का चुदेगी मुझसे।
मे बोला- क्यों क्या काम करना है बताओ।?
वो शरमा गई।
फिर मेने आगे बढ़ कर उसके गाल पर किस किया उसने मुस्कुरा कर मेरे किस का स्वागत किया तो मेने अगला चूमा उसकी गर्दन पर अपनी गरम साँसें छोड़ते हुए किया। मेरे इतना करने पर वो एकदम हिल गई थी।
फिर उसने मुझे धक्का दिया और दूसरे कमरे में चली गई। कुछ पल रुकने के बाद मे अपनी कोल्डड्रिंक लेकर उसके पीछे गया तो देखा कि वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने बेड पर लेटी है।
मेरे अन्दर आते ही वो मुझे उंगली के इशारे से बुलाने लगी। उसको इस कामुक अंदाज में देख कर लगा कि आज मुझे जन्नत का दरवाजा दिख रहा है।
वाकयी लग रहा था कि खुद स्वर्ग की अप्सरा मुझे अपनी चूत चोदने का बुलावा दे रही है।
मे भी देर ना करते हुए उसके पास गया। पहले उसके होंठ पर होंठ रख दिए। हम दोनों करीब 15 मिनट तक ऐसे ही बैठ कर एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे।
अह। क्या रसीले होंठ थे उसके। एकदम मुलायम और रस भरे। मदमस्त चुसाई चल रही थी।
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फिर मेने उसकी गर्दन पर किस किया और धीरे-धीरे उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा। इतने में ही वो तड़प उठी और उसने अपनी ब्रा उतार दी। फिर उसने मेरे मुँह में अपना एक चुची दे दी, मे उसको रगड़ कर पीने लगा। साथ ही मे उसकी पेंटी में हाथ घुसा कर चूत में एक उंगली करने लगा।
मेरे ऐसा करते ही वो और भी कामुकता से आहें भरने लगी ‘ऊहह। उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म।’
उसकी मादक सीत्कारें सुनकर मे और मस्ती से चूत को कुरेदने में लगा रहा। फिर मेने उसकी पैंटी फाड़ दी और अपना मुँह उसकी चूत पर रख दिया और उसको अन्दर से चाटने लगा।
मेरे ऐसा करने पर वो तड़प उठी और बोली- यार मे मर जाऊँगी प्लीज़ अब चोद दे प्लीज़ यार आह।
इतना कहते ही करीब दो ही मिनट बाद वो झड़ गई और मे उसका पूरा पानी पी गया। अब मे अपने कपड़े उतारने लगा तो उसके मेरा अंडरवियर पकड़ कर मुझे अपने पास खींच लिया। मेरा लंड निकाल कर अपने मुँह में ले लिया और उसको लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी और चूसने लगी।
करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करती रही। फिर ऐसा करने के बाद वो बोली- प्लीज़ विराट आज तुम मुझे अपनी बना लो। हमेशा के लिए। मे तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ। मुझे क्या ऐसे ही तड़पाओगे। आओ ना। आज मुझे चोद दो और मुझे अपना बना लो।
मेने ऐसा ही किया। उसकी चूत पर अपना लंड रखा और ज़ोर से धक्का दे मारा। इस तगड़े झटके से मेरा आधा लंड उसकी चूत में एक ही बार में चला गया। उसकी चीख निकल गई- क्या कर रहा है। भैनचोद ऐसे तो मेरा पति भी नहीं करता। आह। बाहर निकाल अपने लंड को। मे मर जाऊँगी प्लीज़ जल्दी से बाहर निकाल।
मेने उसको कुछ नहीं कहा और न ही उसकी बात पर कोई ध्यान दिया। बस मे उसके मम्मों को पीने लगा और चुपचाप उसके ऊपर लेट गया।
फिर उसके मुँह से सीत्कारें निकलने लगीं ‘आआ हह। उहह प्लीज़। आआह।’
अब मे धीरे-धीरे लंड को अन्दर-बाहर करने लगा। लेकिन अभी मेरा आधा लंड ही अन्दर था।
फिर अचानक मेने जोर से धक्का दिया तो इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ घुस गया।
वो फिर से तड़प उठी और बोली- मुझे नहीं बनाना तुझे अपना खसम। अआह। उउह। मार डाला बस कर।
अब वो मुझे गालियां देने लगी।
मुझे उस पर गुस्सा आ गया, मेने एक हाथ से उसका मुँह दबाया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। ऐसा करने पर उसका चेहरा लाल पड़ गया और उसकी आँखों से आंसू आ गए।
लेकिन कुछ देर बाद सब शांत हो गया और वो भी अब मुझे अन्दर लेने लगी। मेरा साथ देने लगी। फिर कभी उसको घोड़ी बना कर चोदता। तो कभी उसकी एक टाँग अपने कंधे पर रख कर चूत पेलता, उसको मम्मों को और होंठों को बारी-बारी से चूसता हुआ उसको चोदता।
उसको भी मजा आ रहा था।
करीब दस मिनट बाद वो अकड़ गई और झड़ गई। लेकिन मे उसे लगातार चोदता रहा। फिर 5 मिनट बाद मे भी झड़ गया। मेने अपना सारा पानी उसकी चूत में अन्दर ही छोड़ दिया।
फिर हम दोनों एक-दूसरे के ऊपर लेट गए। उस दिन मेने उसकी चूत को 3 बार चोदा और उसकी गांड भी मारी।
बाद में मे जब जाने लगा तो वो बोली- आज से तुम ही मेरे पति हो और तुम जब कहोगे, मे तुम्हारे पास आ जाऊँगी।
उसके बाद हम लोग बार-बार मिलने लगे। वो काफ़ी रिच थी इसलिए वो मुझे पैसे भी देती थी।
एक दिन उसके पति को हमारे बारे में पता चल गया और फिर उसकी और मेरी बातें होना और मिलना बंद हो गया। पिछले महीने एक अननोन नम्बर से उसका कॉल आया था।
उसने बताया- तू बाप बन चुका है। मेने एक लड़के को पैदा किया है। जो कि तेरा है।
इतना कह कर उसने फोन कट कर दिया। आज भी मे उसको याद करता हूँ तो मूड खराब हो जाता है।
आपको मेरी हिंदी चुदाई कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताएं।