चित्रा और मैं-8

पिछला भाग पढ़े:- चित्रा और मैं-7 शाम के साढ़े सात ही हुए थे जब पड़ोस वाली आंटी हमें बुलाने आयी थी। मतलब यह कि हमारे पास करीब आधा-पौन घंटा था पड़ोस में जाने से पहले। बदमाशियों में पक्की माहिर चित्राContinue reading… चित्रा और मैं-8

मेरी चुदक्कड़ मामी और सेक्सी ममेरी बहन-1

अन्य कहानियों की तरह ये कहानी भी पूर्णतया काल्पनिक है। इस कहानी के सभी पत्रों और घटनाओं का वास्तविकता से कोइ सम्बन्ध नहीं। ये कहानी केवल मनोरंजन के लिए लिखी गयी है। मैं हूं आपका अपना किशोर भंडारी, उम्र 27Continue reading… मेरी चुदक्कड़ मामी और सेक्सी ममेरी बहन-1

शीला की जवानी-20

मैं और शीला जब नैंसी-संधू के घर पहुंचे तो वो लोग हमारा इंतज़ार ही कर रहे थे। संधू उसी मुक्तसरी कुर्ते पायजामें में था। नैंसी ने झीनी मैक्सी पहनी हुई थी। नैंसी की चूचियों के गुलाबी निप्पल मैक्सी में सेContinue reading… शीला की जवानी-20

शीला की जवानी-21

संधू शीला की एक चुदाई कर चुका था, और बाहर आ कर दूसरा पेग लगा कर शीला की दूसरी चुदाई की तैयारी में था। कड़क जवान शीला दूसरी चुदाई के इंतजार में टांगें उठाए अंदर ही लेटी हुई थी। पांच-सातContinue reading… शीला की जवानी-21

शीला की जवानी-22 (अंतिम भाग)

चुदाईयों से फारिग हो कर सब हॉल में बैठे थे। अंदर संधू और ज्योति के चुदाई चल रही थी। शीला चूत में उंगली करने लगीI नैंसी को घोड़ी की तरह चूतड़ पीछे करके खड़े देख कर मेरा लंड फुंफकारे मारनेContinue reading… शीला की जवानी-22 (अंतिम भाग)

चित्रा और मैं-6

चित्रा की लेक्चर वाली बात मैंने सुनी-अनसुनी सी करके पास ही रखे एक स्टूल को उसकी कुर्सी के पास खिसकाया, और उस पर खड़े होकर अपने चूत चूमने की वजह से टन्न हुए लौड़े को चित्रा के गाल से छूContinue reading… चित्रा और मैं-6

शीला की जवानी- 7

दस मिनट की एक और चुदाई के बाद ज्योति भरजाई की चूत फिर पानी छोड़ गयी, मगर मेरा लंड खड़े का खड़ा था। ज्योति झड़ चुकी थी। मेरा खड़ा लंड ज्योति की चूत में ही था। ज्योति को लगा किContinue reading… शीला की जवानी- 7

शीला की जवानी- 8

जब ज्योति को इस ख़ास कंडोम की ख़ास बनावट समझ में आ गयी, तो उसने आगे से इसी कंडोम के साथ चुदाई का मन बना लिया। आखिर बुराई भी क्या थी कंडोम चढ़ा कर चुदाई करवाने में अगर चूत मेंContinue reading… शीला की जवानी- 8

शीला की जवानी-9

कंडोम की खासियतें देख कर ज्योति चुदाई के लिए बेचैन थी। मैंने लंड ज्योति को चूत के छेद पर रखा, और फचाक के अंदर डाल दिया। लंड पर चढ़े कंडोम ने अपना जलवा दिखाया, और ज्योति के मुंह से एकContinue reading… शीला की जवानी-9

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12

मुझे बेहद मज़ा आया। अखिल ने कहा, “चल कुतिया आजा, घुटनों के बल हमारे नीचे बैठ जा। और अपने हाथ और जीभ कुतिया जैसे कर ले।” मैंने अपने हाथ को कुतिया जैसा सामने कर लिया, और जीभ खोल कर उनकेContinue reading… मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12