हैल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम बंटी सिंह रावल है, और मै फिलहाल चेन्नई मे रहता हूँ। मेरी उम्र 20 साल की है। वैसे मै वैसे तो राजस्थान से हूँ, लेकिन मेरी जॉब यहाँ साउथ-इंडिया मे है। मै काफी दिनों से यहाँ रहता था। ये कहानी मेरे एयर भाभी की चुदाई की है। और फिर मेरे एक brother के दोस्त को भी चेन्नई मे ही जॉब ऑफर मिली। मेरे भाई ने कहा उसे कही रहने का इंतजाम कर देना।
भाई का दोस्त मेरे से उम्र मे 7 साल बड़ा था। और वो अपनी फेमली के साथ ही यहाँ आया था। उसकी फेमली मे उसकी बीवी और एक बच्चा थे। मैने उनके लिए एक घर का इंतजाम कर दिया। फिर मै संडे वगेराह को उनके घर जाता था और हम लोग काफी करीब हो चुके थे। मै उन लोगो को भैया और भाभी कह के ही बुलाता था। भाभी-जी दिखने मे एकदम मस्त थी। उनके चुचियों और गांड का शेप एकदम मस्त थे।
पहले पहले मै खुद पर काफी कंट्रोल सा किया लेकिन फिर मै उन्हें सोच के उत्तेजित होने लगता था। अक्सर मै उनके बच्चे को गोदी मे लेते वक्त जानबूझ के अपने हाथ को उनके चुचियों से टच कर देता था। और वो मेरे सामने ही अपने बच्चे को दूध भी पिला लेती थी। और तब मै भाभी के चुचियों के नज़ारे कर लेता था। मेरी प्यास बढती ही जा रही थी भाभी के लिए।
असली बात तो तब हुई जब उसके पति को कम्पनी वालो ने किसी काम से कुछ दिन के लिए हैदराबाद भेजा। और उन्होंने मुझे कहा की प्लीज़ मुझे 4 दिन से ज्यादा बहार जाना है, तो तुम देखना भाभी को। मै तो कुछ ऐसे ही मौके की तलाश मे था।
वैसे मैने भाभी के साथ चुदाई को ले के इतना सोचा नहीं था।
बस वो अराउस करने वाले टच वगेराह से ही काम चल रहा था। भैया ने मुझे भाभी को शोपिंग करवाने के लिए और दुसरे छोटे मोटे काम के लिए भाभी के साथ मे ही रहने के लिए कहा था। ऐसे ही एक दिन वो कपडे धो रही थी और पूरी भीगी हुई थी। उसने हलकी लाल ट्रांसपेरेंट नाईट गाउन पहनी थी जो भीगने पर तो एकदम ही रिवीलिंग हो चुकी थी। भाभी के बदन के नज़ारे मुझे दिख रहै, थे।
मै निरंतर भाभी के चुचियों को और उसकी गांड को घूरता रहा। भाभी को भी मेरी फिलिंग ज्ञात हो चुकी थी। और उसने अपनी गाउन को बदल के साडी पहन ली। लेकिन वो भी ट्रांसपरेंट सी ही थी और अन्दर मेचिंग ब्लाउज था। भाभी के चुचियों का हिस्सा साफ़ दिख रहा था और उसके नुकीले निपल्स भी।
भाभी का बच्चा भूखा हुआ था और वो रोने लगा। करीब 12:30 बजे थे दोपहर के। भाभी ने अपने ब्लाउज को ऊपर उठा के अपनी एक निपल बच्चे के मुहं मे दे दी।मै उसके चुचियों को ही देख रहा था। पांच मिनिट तक एक बूब से दूध पिलाने के बाद भाभी ने उसे चेंज कर दिया। मै तो मस्त देख रहा था और मेरा लंड कडक हो चूका था।
भाभी ने मुझे देखा और उसके चहरे के ऊपर हलकी सी स्माइल आ गई। फिर उसने मुझे कहा, ऐसे क्यूँ घुर रहै, हो मुझे? क्या तुम्हारी माँ ने कभी तुम्है, दूध नहीं पिलाया?
मै सोरी कहा और वो रूम से उठ के दुसरे कमरे मे चला गया। करीब 10 मिनिट के बाद मै वापस हॉल मे आ गया। वो अभी भी अपने बच्चे को दूध पिला रही थी। मैने फिर से कहा, सोरी भाभी?
वो बोली, क्या, क्यूँ?
मैने कहा आप बच्चे को दूध पिला रहै, थे तो मैने देखा इसलिए!
उसने कहा, अरे ये सब नार्मल है, इतना घबराओ नहीं।
और फिर भाभी ने हमारे लिए खाना पकाया। खाते हुए मेरे शोल्डर्स उसके चुचियों को टच हुए और उसके चुचियों सच मे बड़े ही हॉट थे! एकबार वो परोस रही थी तो मै दायें घुमा और मेरा मुहं ही उसकी चुचियों मे घुस गया। वो फिलिंग तो सब से बढ़िया थी।
परोसने के बाद वो सामने बैठ गई और हम खा रहे थे। उसका पल्लू निचे गिरा हुआ था और उसके लो कट ब्लाउज मे से उसके मस्त चुचियों मुझे दिख रहै, थे।भाभी की चुदाई
खाने के बाद हम दोनों सोफे के ऊपर बैठ के टीवी देख रहै, थे। टीवी मे एक मूवी चल रही थी जिसमे बरसात मे भीगी हुई एक औरत का चुदाईी गाना लगा हुआ था। और हीरो हिरोइन की नाभि को अपने होंठो से चूम रहा था और फिर वो दोनों होंठो से होंठो को मिला के किस कर रहै, थे। ये देख के मेरे अन्दर चुदाई का शैतान जागा। मैने हिम्मत कर के अपने लेग को आगे कर के अपनी जांघ को भाभी की जांघ से सटा दिया। वो कुछ भी नहीं बोली।
और फिर मैने अपने हाथ को भाभी के हाथ के ऊपर रख के धीरे से दबा दिया। भाभी की तरफ देखा तो उसकी आँखे भी लस्ट से भरी हुई थी। मैने लडखडाती हुई जबान मे भाभी को पूछा, क्या मै आप को एक किस कर सक्ता हूँ?
भाभी ने कहा मै तो कब से उसकी ही वेट कर रही हूँ!
मैने पहले तो भाभी के गाल के ऊपर एक किस कर ली। और फिर हमारे होंठ करीब आ गए एक दुसरे के। हम दोनों एकदम मस्त फ्रेंच किस कर रहै, थे। और मेरे हाथ जैसे अपनेआप ही भाभी के चुचियों के ऊपर और उसकी कमर के ऊपर चलने लगे। मैने भाभी की साडी को हटा दिया और उसके चुचियों को दबाने लगा। करीब 10 मिनिट तक मैने उसकी चूचियां मसली। और फिर मैने भाभी को कहा मुझे भी आप का दूध पीनाहै। भाभी ने अपने ब्लाउज को हटा के कहा चुसो फिर।
मै छोटे बच्चे के जैसे भाभी के चुचियों को चूसने लगा। भाभी की चुचियों से दूध निकल रहा था जिसे मै पी रहा था। भाभी एकदम उत्तेजित हो गई थी। फिर उसने कहा मुझे लंड चुसनाहै। भाभी ने कहा मुझे भैया कभी लंड चूसने ही नहीं देतेहै।
भाभी मेरे लंड को चूसने लगी और मै उसके चुचियों को मसल रहा था। फिर मैने भाभी की पेंटी को खोल दी और उसकी चूत मे दो ऊँगली डाल दी और हिलाने लगा। भाभी मेरे से लिपट गई और 15 मिनिट तक मै ही भाभी को हग कर के उसके चुचियों दबाता गया और किस करता रहा।
फिर मै भाभी की फ्रिज से एक आइस क्यूब ले आया। भाभी की टांगो को फैला के मैने आइस को अन्दर डाला। भाभी को बड़ी गुदगुदी सी हुई। मै बर्फ खाते हुए भाभी की चूत को चाटने लगा था। और वो छटपटा रही थी।
भाभी ने कहा, अब इतना भी मत तडपाओ मुझे।भाभी की चुदाई
मैने कहा हां मेरी जान अभी देता हु तुझे मेरा लंड।
भाभी ने अपनी टाँगे खोल दी और मै उसके ऊपर आ गया। भाभी ने लंड को हाथ से पकड़ के अपनी चूत पर रखा। और मैने एक ही झटके मे लंड को पूरा अन्दर कर दिया। भाभी मुझे लिपट गई और मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर धक्के देने लगा!
ये थी भाभी की चुदाई की कहानी