दोस्तों मेरा नाम अशोक है। मेरी आयु २४ साल है. मैं यहाँ अक्सर हिंदी सेक्स कहानी (hindi sex kahani), हिंदी चुदाई कहानी (hindi chudai kahani) और मस्तराम सेक्स कहानी (mastram sex kahani) पढ़ने आता हु. मैं अजमेर में पिछले तीनसालों से टूरिस्ट गाइड का काम कर रहा हूँ. मेराकाम टूरिस्टों को होटलों में ठहराने और शहर घुमाने का है.कयी बार विदेशी टूरिस्ट भी मिल जाते हैं.जिन से काफी कमाई हो जाती है .
इस लिए मैंने अंग्रेजी,स्पेनिश और इटालियन भाषा भी सीख रखी है.मैं टूरिस्टों की तलाश ने रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर चक्कर लगाता रहता हूँ.काफी दिनों से मेरी इच्छा किसी विदेशी लड़की को चोदने की थी.लेकिन आज तक कोई ऐ\ऐसा मौका नहीं मिला था। वैसे मैंने अपने ही शहर की कई लड़कियों को चोदा है.मेरा लंड भी ९ इंच का है .
जिसे लडकियां बहुत पसंद करती हैं.एक दिन मेने रैलवा स्टेशन पर दो विदेशी लड़कियों को देखा ,जो काफी परेशान दिखाई दे रहींथीं और फोन पर किसी से जोर जोर से बातें कर रही थीं.मेंने हिम्मत कर के उन से पूछा की क्या मैं आपकी कोई मदद कर सकता हूँ.मेने उन्हें अपना आई कार्ड दिखाया.और उनकी समस्या के बारे में पूछा .
तो उन्होंने बतायाकि उन्होंने जिस होटल में अपना कमरा बुक किया था वह कन्फर्म नहीं हो सका है.इसलिए उन्हें सिर्फ़ दो दिनों के लिए ठहराने की व्यवस्था चाहिए .मेने दो तीन होटलों से पता किया लेकिन कहीं जगह नहीं मिल सकी.इस से दोनों लडकियां काफी निराश हो गयीं.उन में एक लड़की काली और दूसरी गोरी थी.जब मेने उनके बारे में पूछा तो काली ने अपना नाम फ्रेंकी बताया और आयु २४ साल बतायी .दूसरी लड़की का नाम ब्रियाना बताया.आयु २२ साल.
दोनों अमेरिकन थीं लेकिन फ्रेंकी ब्राजीलियन थी.दोनों अजमेर का पुष्कर मेला देखने आयीं थीं और उन्हें दो दिन बाद ही अपने देश वापिस जाना था। मेला के कारण सभी होटलों केसारे कमरे भरे हुए थे.तभी मुझे अचानक याद आया की मेरे दोस्त बंटी का अजमेर से २० मील दूर ख़ुद का एक फार्म हाउस है .
जिसका बंगला खाली पडा हुआ है ,मेने लड़कियों से पूछा की अगर वह चाहें तो में उस बंगले में उनके रहने की व्यवस्था करा सकता हूँ ,ऎसी दशा में और कोई उपाय नहीं है.मेने लड़कियों को भरोसा दिलाया की की उन्हें मेरे दोस्त के बंगले कोयी डर नहीं होगा,वह आराम से जितने दिन चाहें रह सकतीं हैं.उनके लिए सारा इंतज़ाम कर दिया जाएगा.और उन्हें इसके लिए कोई पैसा भी नहीं देना पडेगा.दोनों फ़ौरन तय्यार हो गयीं।
मेने उनका सामान टेक्सी में रखवाया.और,अपने दोस्त को फोन से बताया की वह जल्दी से खाने पीने का सारा सामानौर दो बोतल व्हिस्की लेकर जल्दी से अपने फार्म हाउस वाले बंगले पर पहुँच जाए आज मेने दो विदेशी लड़किया फांस ली हैं.जिसमे एक गोरी और एक काली है.
अगर किस्मत ने साथ दिया तो मिल कर दोनों की चुदायी करेंगे,मेरा दोस्त बंटी भी विदेसी चूत का दीवाना है उसकी उमर २२ साल है .वह थोड़ी अंग्रेजी भी जानता है.वह एक घंटे में ही सारा सामान लेकर आगयी.यह देख कर लडकियां बहत खुश हो गयीं.और थैंक्स देने लगीं.फ्रेश होने के बाद हम सब सोफे पर बैठगए.मेने चार पैग बनाए और प्लेट\में चिप्स और काजू रख दिए .फ़िर हम बातें करने लगे.मेने लड़किओं से पूछा की क्या वह अपने देश में जाकर शादी करने जा रही हैं.तो वह बोलीं एसा नहीं है .
हम लोग लोग शादी में विशवास नहीं रखते.हम तो ओपन सेक्स में विशवास रखते हैं .हमारा मानना है की हमारा जीवन सिर्फ़ सेक्स के लिए ही बना है.हर इंसान को मरते दम तक सेक्स करना चाहिए.दुनिया में इस से अच्छा कुछ भी नहीं है.हमारा शरीर मौजमस्ती के लिए ही बना है.इतना सुनते ही मेरे दोस्त ने फ्रेंकी को चूम लिया.और बाहों में ले लिया.फ्रेंकी ने भी मेरे दोस्त को चूम कर उसके मुंह में अपनी जीभ घुसा दी .
मेरे दोस्त का लंड खडा हो गया था.फ्रेंकी ने उसके पेंट को खोल कर लैंड बाहर निकाला और चूसने लगी लड़कियों ने भी अपनी अपनी शर्ट निकाल दी.उनके बड़े बड़े गोरे काले बूब्स बड़े सेक्सी लग रहे थे.मैं ब्रियाना के मम्मे दबाने लगा और चूसने लगा.मरे दोस्त का लैंड १० इंच का है.फ्रेंकी उसे मुंह में लेकर चूसने लगी .मेरा दोस्त फ्रेंकी को नंगा करना चाहता था. और चोदना चाहता था.
जब उसने फ्रेंकी के कपड़े उतारे तो वह भौंचक्का रह गया.लड़की की जाँघों के बीच में चूत की जगह १२ इंची लंबा मोटा लंड लटक रहा था.यह देख कर मैंने भी ब्रियाना के कपड़े उतार दिए.वहाँ भी लंबा लंड चमक रहा था.,जिसका सुपारा खुला हुआ था.मरे दोस्त को समझ में नहीं आ रहा था.यह क्या माजरा है .वह मेरी तरफ़ देखने लगा,मैंने उसे समझाया की यह लडकियां नहीं बल्कि लंड कन्याएं हैं.इन्हें विदेशों में शीमेल या लेडी बॉय कहते हैं.दुनिया में ऎसी लाखों लेडी बॉय हैं.यह अक्सर गांड मरवाती हैं और मार भी सकती हैं .
यह लड़कियों की चुदायी भी कर सकती हैं.अगर कोई एक बार इनकी गांड मार लेगा तो वह चूत को भूल जाएगा.क्योंकि इनकी गांड काफी टाइट होती है.जिसमे लंड पुरी तरह से फिट हो जाता है.इनसे गांड मरवाने से भी बहुत मजा आता है .और मारने वाले को चूत से दस गुना आनंद आता है।तभी फ्रेंकी ने मेरे दोस्त को झुकने कहा,जिस से मेरे दोस्त की गांड साफ़ दिखायी देने लगी फ़िर फ्रेंकी ने अपने बैग से एक क्रीम निकाली और मेरे दोस्त की गांड पर लगा दी मेरे दोस्त की गांड लुप्लुपा रही थी.फ्रेंकी ने अपने लंबे मोटे काले लंड का सुपारा मेर डी\दोस्त की गांडछेद केपर रख दिया.सुपारा गांड में घुस गया.फ़िर धीमे धीमे आधा लंड अन्दर उतार दिया.
और जोर का एक ऐसा ढका मारा का सारा लंड गांड फाड़ कर भीतर चला गया.मेरादोस्त चिल्लाया अशोक मेरी गांड फट रही है .इसने मेरी गांड में मूसल घुसा दिया है.मेने कहा ज़रा हिम्मत रखो। कुछ नहीं होगा.पाँच मिनट बाद फ्रेंकी ने लंड की स्पीड तेज कर दी.और दनादन गांड मारने लगी.दोस्त की गांड ढीली हो चुकी थी.वह मज़े से गांड मरवा ने लगा.उसे मजा आने लगा.
बीस मिनट तक गांड मारने के बाद फ्रेंकी ने लंड बाहर निकाला.और अपना सारा वीर्य मेरे दोस्त के मुंह में निकाल दिया .जिसे वह बड़े मजे से पी गया.फ़िर फ्रेंकी ने मेरे दोस्त लंड चूस कर उसे खडा किया और अपनी गांड सामने कर दी.मेर दोस्त ने भी दबादब फ्रेंकी गांड मारना शुरू करदी.उसे अपना बदला भी लेना था.उसने फ्रेंकी की इतनी जोर से गांड मारी की वह हर धक्के पर ओह ओह ओ माय फक .फक मी .फक मी.उ उ उ .करीब चालीस मिनटतक गांड मारने बाद ही मेरा दोस्त झड़ सका ।
इसी तरह ब्रियाना मेरी और मैंने उसकी रात तक गांड मारी.इतना मजा हमने जिन्दगी में नहीं पाया था।सवेरे ब हम सो कर उठे तो हमारी गांड सूजी हुयी थीं.लेकिन हम बहुत खुश थे,हम अजमेर के पाहिले व्यक्ति थे जिन्होंने लंड कन्याओं की गांड मारी और उनसे गांड भी मरवाई थी.बाद में हम सब एक साथ बैठे और अपना वीर्य निकाल कर एक ग्लास में डाला और व्हिस्की में मिला कर सबने पीया.और हमेशा के लिए दोस्ती पक्की कर ली।