मेरे चारों बच्चे मेरी जान-7

हमारा बिज़नेस काफी बढ़ गया था, एक और शोरूम खोलने के लिए हम जगह की खोज में लगे थे। मेरी और अभिषेक की चुदाई अब रोज़ नहीं हो पाती थी, क्यूंकि शाम के वक़्त मीटिंग के लिए लोग आ जाते,Continue reading… मेरे चारों बच्चे मेरी जान-7

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-9

अभिषेक आने वाला था, तो मैंने सोचा क्यों ना नहा कर फ्रेश हो जाऊँ। साफ़ सुथरी होकर फिर चुदाई की गन्दगी में कूदने में अच्छा सा लगता है। मैं नहा-धो कर आयी, वो पिंक वाली क्यूट सी बिकिनी पहनी, जोContinue reading… मेरे चारों बच्चे मेरी जान-9