मेरे चारों बच्चे मेरी जान-9

अभिषेक आने वाला था, तो मैंने सोचा क्यों ना नहा कर फ्रेश हो जाऊँ। साफ़ सुथरी होकर फिर चुदाई की गन्दगी में कूदने में अच्छा सा लगता है। मैं नहा-धो कर आयी, वो पिंक वाली क्यूट सी बिकिनी पहनी, जोContinue reading… मेरे चारों बच्चे मेरी जान-9

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12

मुझे बेहद मज़ा आया। अखिल ने कहा, “चल कुतिया आजा, घुटनों के बल हमारे नीचे बैठ जा। और अपने हाथ और जीभ कुतिया जैसे कर ले।” मैंने अपने हाथ को कुतिया जैसा सामने कर लिया, और जीभ खोल कर उनकेContinue reading… मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12