अभी तक आपने पढ़ा के कैसे मैंने अपने पड़ोसन आंटी को जमके चोदा (Fucked my Neighbor Aunt) और मज़े लिए. अब आगे की कहानी पढ़िए…
मैं आंटी के और पास जा बैठा और आंटी को जोर से अपनी बहो में जकड लिया जिसे आंटी घबरा गई और उठने लगी लेकिन मेरी पकड़ बहुत मजबूत थी जिसे आंटी उठ नहीं पाई मैं आंटी को फेस और गर्दन् पर चूमने लगा आंटी मुझे दूर करने की कोसिस करती रही लेकिन में चूमने में लगा रहा ।
मैंने एक हाथ आंटी के बूब्स पर रख दिया ओर् दबाने लगा अब आंटी का विरोध काम होने लागा था ये देख कर मेने आंटी की गर्दन पर अपने लिप रख दिए और लव बाईट देने लगा अब आंटी ने मुझे अपनी बहो में जकड लिया और तेज़ तेज़ गरम साँसे छोड़ने लगी अब आंटी के बूब्स पर उनके निपल खड़े होगय् थे जो मुझे अपने हाथ में फील होने लगे थे आंटी के बूब्स बहुत बड़े थे जिन्हे दबाने में बहुत मजा आ रहा था मेने आंटी के एक कान को अपने लिप में लेलिया और चूसना लगा जिसे आंटी की आँखे बंद होने लगी और वो सोपे पार लेट गए और मेरे लव बाईट को एन्जॉय करने लगी मैं पुरे जोरो से….
आंटी को फुल ग्र्रम् करने में लगा हुआ था कि रोड से बाइक के होरन् की आवाज आय जिसे आंटी की आँखे खोल गाय् और मेरी और देख कर बोली हटो अनिल दरवाजा खुला है कोइ भी घर में आ सकता है मैं आंटी की बात समझ गया और तुरंत दरवाजा बंद कर आया अब आंटी खुद को ठीक कर रही थी जैसे ही में आंटी के पास गया तो मुझे देख कर आंटी बोली ये सब सही नहीं है तुम मेरे बेटे जैसे हो लेकिन मैं जनता था आंटी इस वक़्त गरम है अब नहीं तो कबि नहीं मैंने तुरंत आंटी को फिर से पकड़ लिए और फिर से चूमने लगा जिसे आंटी फिर मूड में आ गए इस बार हमने लिप से लिप जोड़ दिए और एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे….
आंटी बहुत हॉट मूड में आग्य् थी मेरा एक हाथ आंटी की कमर में और दूसरा आंटी की बड़े हिप पर चल रहा था आंटी के हिप बहुत मोटे और सॉफ्ट थे बहुत मजा आ रहा था द्बने में आंटी ने बोलै अनिल या नहीं मेरे बैडरूम में चलो जो करना ह् हम वहा करेंगे मैंने आंटी को गोद्द् में लिया और उनके बेड पर लिटा दिया अब आंटी सेक्स में थी और पूरा स्पोर्त् दे रही थी मैं आंटी के ऊपर आ गया और आंटी के लिप चूमने लगा फिर गर्दन पर बहुत देर तक चूमा अब टाइम आगया था आगे बढ़ने का मेने आंटी के एक कंधे से उनके
गाउन को थोड़ा खींच कर निचे किआ जिसे आंटी की ब्लैक ब्रा कि स्त्रप् मुझे दिखने लगी मेने आंटी की स्त्रप् पर चूमना सुरु कर दिया और धीरे धीरे दोनों कंधो से गाउन को खींच कर नागे कर दिए अब आंटी के गौरे कंधेओ पर ब्लैक स्त्रप् बहुत सेक्सी लग रही थी आंटी की आँखे बंद थी वो इस फॉर प्ले को पूरा एन्जॉय कर रही थी अब मैं उनके सिन्हे पर आग्य और चूमने लगा जिसे आंटी ऊपर की और उठने लगी और मेरे सर को पकड़ कर अपने सिन्हे पर जोर से दबा देती मेरे दोनों हाथ आंटी की पूरी बॉडी पर चल रहे थे अब बरी थी आंटी के बूब्स जैसे ही मेरे चेहरा आंटी के बूब्स पर आया….
मेने देखा नीप्ल् ब्रा और गाउन को चिर कर बहार आने को रेडी है मेने एक निप्ल् को अपने लिप में गाउन के ऊपर से ही केद् कर लिया और उसे चूसने लगा और दूसरे के बूब्स के निप्ल् को उंगलियों से छेडने, लगा अब आंटी अपने सर और हाथ के इधर उधर फ्क्ने लगी और सेक्सी आवजे निकलने लगी कुछ देर तक दोनों बूब्स को चूसने के बाद मेने आंटी के पेट पर चूमा उनकी नाभि को चूमा जिसे आंटी अपने पेट के अंदर को सिकोड़ ने लगी आंटी और मैं उन पलो को पूरा एन्जॉय कर रहे थे कुछ देर बाद मैं उनकी चूत पर आगया और वह जोर जोर से चुम्ने लगा आंटी अपनी अस्स को ऊपर उठाने लगी मने अपना हाथ आंटी के पैरो की ओर ले गया और गाउन को ऊपर खींचने लगा…
अब गाउन आंटी की जांघो पर आगया था जिसे आंटी की गोरी और मोती जांघों को मैं साफ देख सकते थे उसी पल मेने अपने लिप जांघों पर रख दिए और आंटी जोर जोर से आगडीया लेने लगी फिर मेने आंटी जी को बैठने को कहा और आंटी उठकर बैठे गई मेने आंटी की दोनों हाथ ऊपर उठा कर गाउन को निकल कर एक तरफ फेक दिया अब आंटी का गोरा बदन मेरी सामने था और गोरे बदन पर ब्लैक ब्रा पैंटी ऊपर से नेट वाली आंटी ने तो आग् ही लगा दी थी आंटी के बाल मेने पुरे खोल दिए अब और जयदा सेक्सी लग रही थी ये सब करने के बाद आंटी बोली तुम क्यों कपड़ो में हो मेने भी अपने लोव्र और टीसहरथ् को निकल फेका अब मेरा लंड निकर् में तम्बू बनाय् खड़ा था जिसे दिखकर आंटी की आँखे चमक गई…
मैं फिर से आंटी पर टूट पड़ा और हम दोनों ने एक दूसरे के बहो में केद् कर लिया मेने आंटी को पेट की बल लेटने को कहा और वो लेट गई मैं आंटी को गर्द्न् से कन्धों तक चूमा आंटी की गोरी पीठ पर ब्लैक ब्रा की स्त्रप् गज़्ब् लग रही थी मेने आंटी की पूरी पीठ को चूमा और लव बाईट दिए फिर ब्रा को उन्लोक् कर दिया अब बरी थी आंटी की गान्द् पर प्यार करने की तो मैं लगा आंटी के हिप पर चूमने और आंटी सेक्सी आवाजे निक्ल्ने पर लगी हुई थी मेने आंटी की पैंटी पर चूमा और पेंटी लाइन पर अपनी जीभ को फेरा बहुत मजा आ रहा था धीरे धीरे मेने आंटी की पैंटी को अपने दतो से निक्ल्ना सुरु कर दिया और पूरी पैंटी निकल दी और आंटी के गोरी गान्द् पर चूमना और लव बाईट देने लगा…
कुछ टाइम के बाद मेने आंटी को सीधा लेता दिया और देखा कि आंटी की योनि पूरी साफ थी कोई भी बल नहीं था असा लग रहा था जैसे कल ही बाल् साफ की हो मेरे दिल खुश होगया आंटी की योनि देख कर अब मेरी नजर आंटी के बूब्स पर गई आंटी के बूब्स एक दम से तने हुए थे गोर और मोठे मन करता की चूस डालो सारा रास निकल लू और बूब्स पर एक बड़ा घेरा जिसमे पिंक रंग के एक इंच लम्बा ओए पेन्सिल् जितना मोटा निपल जो पूरा तना हुआ था मेने उस निप्ल् को अपने हाथ से पकड़ा और म्सल् दिया जिसे आंटी को दर्द हुआ और बोली असा मत करो जान इसे अपने महु में लेकर् जितना मन हो चुसो और खेलो आज से ये और मैं तुम्हारी हो गाय् है…
मैं एक बूब्स को चूसने लगा और दूसरे के हाथ से द्बने लगा आंटी के दोनों बूब्स को चूस चूस और दबा दबा कर लाल कर दिया बूब्स को छोड़ कर में आंटी की चूत् की ओर चल दिया अब चूत् से पहले आंटी के पेट के प्यार किआ और तब बरी आय योनि की जैसे ही चूत् पर मेने हाथ लगाया तो देखा चूत् पूरी गीली हुई पड़ी है आंटी की चूत पर दो लिप थे जो हलके ब्राउन कलर के थे और बहुत प्यारे लग रहे थे मेने उन्हें जैसे ही खोला तो अंदर से चूत् पूरी पिंक थी जी एक संतरे की फांक जैसी बड़ी थी और उसमे से पानी के रंग जैसा थोड़ा पानी आ रहा था…
आंटी की चूत् में ऊपर की तरफ एक छोटा सा दाना था जो पूरा पिंक था मेने उसे अपनी ऊँगली से छेड़ा तो आंटी की हां निकल गई मेने झत से उस दाने को लिप से पकड़ कर चूसना सुरु कर दिया मेरे लिप वहा लगते है आंटी ने मेरा सर अपनी दोनों पारो के बिच दबा लिया और अपने दोनों हाथ से मेरा सार् पकड़ कर अपनी चूत पर घुसने लगी मेने भी अपनी जिब्ब् को चूत में अंदर तक दाल दिया तभी आंटी झाड़ गई और पानी छोड़ दिया और संतुष्ट हो कर लेट गई..
लेकिन मैं आंटी के चूत में लगा रहा और सारा पानी चाट गया तब आंटी के बाजु में लेट कर आंटी को देखने लगा आंटी की आंखे आबि तक बंद थी मेने अपने हाथ से आंटी के फेस को छुआ तो आंटी ने मेरी ओर देखा और उठ कर मेरे ऊपर आ गई और मुझे लिप किश किआ और बोली आज तक मुझे इतना मजा पहले कबि नहीं आया जितना आज तुमने दिया है..
फिर आंटी बोली अब मेरी बरी है आंटी ने मुझे किस करना सुरु कर दिया पहले फेस पर फिर गर्दन पर कंधो पर चेस्ट पर फिर एक हाथ से मेरा लंड पकड़ लिए और द्बने लगी जिसे वो और जयदा उफन् पर आग्या अब आंटी ने मेरा नीकर् निकल कर दूर फेक दिया और मेरे लंड को मुठी में भर लिया और उसे ऊपर निचे करने लगी आंटी को एकदम् से जोश चढ़ा और लंड को अपने मुह में पूरा लेने की कोसिस करने लगी थोड़ी देर तक चूसने की बाद आंटी ने मेरे लंड को एक हाथ से पकड़ा और अपने दोनों पेरो के मेरे दोनों तरफ करके मेरे लंड को चूत पर लगा कर उस पर बैठने लगी और देखते देखते पूरा लंड चूत में चला गया…
आंटी को थोड़ा दर्द हुआ उनके फेस से पता चला आंटी कुछ देर लंड पर बैठी रहीं और बोली अनिल तेरा ये बहुत बड़ा है तेरे चाचा का तुझसे छोटा और पतला है और बोली मैं इसे अपनी चूत में फिल्ल् करना चाहती हु प्ल्ज़ ऐसे ही लेते रहो और आंटी ने मेरे दोनों हाथ पकड़ कर अपने दोनों बूब्स पर रख लिए और बोली द्बओ इन्हे जितना मन् हो कुछ देर बाद आंटी मेरे लंड पर कूदने लगी और मेरी निचे से धके मरने लगा 2 मि० हुए होंगे कि आंटी धाम से मेरे छाती पर गिर गई और हप्ने लगी मैं समझ गया कि आंटी दूसरी बार झाड़ गाई थी..
तब मैं भी रुक गया और आंटी की पीठ और हिप पर हाथ फिरने लगा कुछ देर बाद मैं आंटी से बोलै की आप ठीक हो तो आंटी ने मेरी चेस्ट पर चूमा और बोलै मैं सही हु I love u और आज से तुम मुझे अकेले में आंटी नहीं मेरे नाम से और जान डार्लिंग कहगा मेने हा में सर हिलया और एकद्म् से आंटी को निचे लेलिया और लंड को उनकी चूत में दाल कार लिप चूसने लगा और बूब्स दबने लगा जिसे आंटी फिर जोश में आ गई और बोलने लगी फाड् दे मेरी चूत और बना दे भोसडा…
मैं फुल तेज़ी से धाके मरने लगा और बूब्स दबाता रहा फिर आंटी भी निचे से अपनी गन्ड उठा ने लगी तो मैं समझ गया कि आंटी झड़ने वाली है और आंटी की बॉडी आकडने लगी और वो 3 बार झाड़ गई अब मैं भी आपना पानी छोड़ने वाला था तो आंटी से पूछा कहा निकलू तो आंटी ने कहा चूत में ही निकल दो में गोली खा लुंगी और मैं आंटी की चूत में ही झाड़ गया आंटी के बूब्स पर सर रख कर लेट गया आंटी मेरे सर में अपनी उंगलिया फिरा रही थी..
कुछ देर बाद मैं उठा और बैठे गया मेने देखा आंटी की चूत से मेरा और आंटी जा प्रम् रास बहार् निकल रहा है और आंटी को बताया तो आंटी सरमा कर मुस्कुरा रही थी और बोली मैं आज बहुत खुश हो जान आज से मैं तेरी गुलाम होगय् हो जब मन आय जैसे मन आय मुझे सेक्स का सुख देना और लेना।
दोस्तों मैं आज तक आंटी की चूत और गन्द् दोनों ले रहा हो अब् तो आंटी और भी सेक्सी होगय् है अलग अलग आसान में अपनी चूत देती है मेने भी खुश होकार आंटी को बहुत से गिफ्त् दिए जैसे सेक्सी ब्रा पैंटी और बिकिनि दी है जिसमे आंटी और भी हॉट लगती है।
ये थी मेरी पहली सेक्स कहानी इसके बाद मेने और भी आंटी ,भाबी और लड़की की चूत् ली ।