चित्रा और मैं-2

इत्तेफ़ाक़ से अगले शनिवार को ही मम्मी-पापा को सुबह 6 बजे एक सत्संग में जाना था, और चित्रा और मैं भी उस दिन जल्दी उठ गए थे। पापा-मम्मी के चले जाने के बाद मैंने चित्रा कहा कि पहले वह नहाContinue reading… चित्रा और मैं-2

शीला की जवानी-17

पिछली रात की धुआंधार चुदाई की थकान से नींद तो बढ़िया आयी थी। सुबह उठा तो ज्योति ने ऊपर चाय के लिए बुला लिया। मैं ऊपर चला गया, शीला और ज्योति नहा चुकी थी। शीला चाय बना रही थी, औरContinue reading… शीला की जवानी-17

चित्रा और मैं-3

ड्राइंग रूम में दीवान पर चित्रा की पढ़ाई के लिए छोटी टांग वाली एक स्टडी डेस्क रक्खी रहती थी, और वहीं वो या तो अल्थी-पालथी मार के या फिर कभी एक टांग नीचे लटका के पढ़ने के लिए बैठती थी।Continue reading… चित्रा और मैं-3