मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-8

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-7 नसरीन बता रही थी, “और यही गांड, फुद्दी, चूत, लंड, मेरी राजा, मेरी रानी बोलते-बोलते हम दोनों एक साथ झड़ गए।” “कुछ देर बाद जब जमाल का लंडContinue reading… मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-8

पहला प्यार-1

बहुत दिनों के बाद मैं आपके सामने अपनी नई कहानी लेकर आ रही हूँ। मैं हनी एक प्रसिद्ध आई.आई.टी संस्थान में बी.टेक. द्वितीय वर्ष की छात्रा हूं। यह कहानी प्यार से शुरू हुई और परिवार में एक खुशहाल विचित्र रिश्तेContinue reading… पहला प्यार-1

मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-18

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-17 डाक्टर मालिनी असलम को रबड़ के लंड की फायदे समझा चुकी थी। असलम समझ चुका था कि शादी के बाद अगर वो नसरीन, अपनी अम्मी की चुदाई नहींContinue reading… मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-18