पिछला भाग पढ़े:- ससुराल में साली जी को बजाने का मौका मिला-2
तभी तगड़े घमसान में सोनिया जी का पानी निकल गया। मेरा काला लंड फिर से सोनिया जी के पानी मे भीग कर सफेद हो चुका था। फिर बहुत देर की खचाखच ठुकाई के बाद मेरा लंड उफान पर आ गया, और फिर मैंने सोनिया जी की चूत में लंड रोक दिया।
अब कुछ ही पलों में सोनिया जी की चूत मेरे लंड के माल से भर गई। तभी सोनिया जी ने मुझे जोर से बाहों में कस लिया।
“ओह्ह्ह रोहित जी। बहुत बुरी तरह से बजा दिया आपने तो।”
“आपने ही कहा था सोनिया जी।”
“मुझे नहीं पता था इतनी बुरी तरह से बजा दोगे। आह मज़ा आ गया।”
“मज़ा तो अभी और देना है सोनिया जी।”
अब हम दोनों एक-दूसरे की बाहों मे लिपटे पड़े थे। भाभी जी खर्राटे भरने का नाटक कर रही थी।
अब थोड़ी देर बाद मैंने फिर से सोनिया जी के होंठों को पीना चालू कर दिया। अब हम दोनों फिर चूत और लंड की आग मे डूबने लगे। आउच पुच्च पुच्च की आवाजें फिर से कमरे मे गूंजने लगी। अब थोड़ी देर होंठ चुसाई के बाद मैंने सोनिया जी को मेरे ऊपर ले लिया।
अब सोनिया जी मेरे ऊपर चढ़ चुकी थी। सोनिया जी पागल सी होकर मेरे होंठों को खा रही थी। मैं सोनिया जी को उनकी हवस मिटाने का पूरा मौका दे रहा था। फिर सोनिया जी मेरी चेस्ट पर टूट पड़ी।
अब वो मेरी चेस्ट पर ताबड़-तोड़ किस करने लगी। तभी मैंने सोनिया जी की चोटी खोल दी।अब सोनिया जी के लंबे-लंबे बाल मेरी चेस्ट पर बिखर रहे थे। सोनिया जी बिखरे हुए बालों में बहुत ही मदमस्त लग रही थी। वो भूखी शेरनी बन कर मेरे ऊपर कयामत ढा रही थी। सोनिया जी लबालब मेरी चेस्ट पर किस कर रही थी।
“ओह सोनिया जी आहा मज़ा आ रहा है। आहा।”
तभी थोड़ी देर में ही सोनिया जी ने मेरी चेस्ट किस करके पूरी गीली कर दी। अब सोनिया जी फटाफट से मेरे लंड पर पहुंच गई, और फिर सोनिया जी ने मुस्कुराते हुए मेरे लंड को पकड़ लिया। अब सोनिया जी मेरे लंड को मसलने लगी।
“ओह्ह्ह सोनिया जी, आह्हा।”
“बहुत ही मस्त हथियार है आपका।”
“हां सोनिया जी। इस हथियार को सबसे बढ़िया तरीके से आप ही लेती हो सोनिया जी।”
“भाभी भी ले सकती है।”
“भाभी जी तो खराटे मार रही है।”
सोनिया जी को मेरा लंड मसलने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। थोड़ी देर में ही सोनिया जी ने मेरे लंड को मसल कर लाल कर दिया। फिर उन्होंने मेरे लंड को मुँह में दबा लिया और झमाझम मेरे लंड को चूसने लगी।
“ओह सोनिया जी आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है, आह्ह।”
सोनिया जी लबालब मेरे लंड को चूस रही थी। सोनिया जी के लंबे-लंबे बाल बार-बार राह में रोड़ा बन रहे थे। अब मैं सोनिया जी के बालों को समभाल रहा था। सोनिया जी जम कर मेरा लंड चूस रही थी। वो भूखी शेरनी बन कर मेरे लंड पर टूट रही थी।
“ओह सोनिया जी आह बहुत मस्त लंड चूसती हो आप। आह्ह बहुत अच्छा लग रहा है आह्ह।”
सोनिया जी आज पूरी खुल चुकी थी। उन्हें लंड चूसने मे कोई शर्म नहीं आ रही थी। सोनिया जी अब अपने हिसाब से मेरे लंड के साथ खेल रही थी। अब मैंने मेरी टाँगे सोनिया जी के कंधो पर रख दी।
“आराम से चूसो सोनिया जी आह्ह। मिटा लो आपकी हवस।”
अब मेरा लंड फिर से फूल कर बांस के डंडे जैसा बन चुका था। सोनिया जी झमाझम मेरा लंड चूस रही थी। सोनिया जी को लंड चूसने में बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। फिर सोनिया जी ने बहुत देर तक मेरा लंड चुसा।
“बहुत टेस्टी लगा यार। बहुत ज्यादा मज़ा आया लंड चूसने में।”
“चलो फिर तो अच्छा है।”
अब सोनिया जी उठी और फिर मेरे लंड पर आकर बैठ गई। अब सोनिया जी उनकी चूत में लंड सेट करने लगी। फिर सोनिया जी चूत में लंड सेट कर चुदने लगी।
“आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह आह्ह।”
“ओह सोनिया जी आह्ह मज़ा आ रहा है। आह्ह।”
सोनिया जी को गांड उछाल-उछाल कर चुदने में मज़ा आ रहा था। अब वो धीरे-धीरे उनकी स्पीड बढ़ा रही थी। अब सोनिया जी के हर झटके के साथ उनके बोबे बुरी तरह से हिल रहे थे।
“ओह रोहित जी आहा बहुत मज़ा आ रहा है, आह्ह।”
“और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारो सोनिया जी। बहुत मज़ा आ रहा है।”
“और ज़ोर-ज़ोर से? हाँ सोनिया जी।
तभी सोनिया जी और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगी। सोनिया जी बहुत ज्यादा चुदक्कड़ बन चुकी थी। उनके बोबे बुरी तरह से उछल रहे थे। सोनिया जी आज उनकी हवस अच्छी तरह से मिटा रही थी।
“आह्ह आह्ह सिससस्स आहा ओह।”
भाभी जी अब उनकी ननद की सिसकरियां सुन रही थी। सोनिया जी को मेरे लंड की सवारी करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। वो आज शेरनी बन कर चुद रही थी। अब सोनिया जी का जिस्म पसीने में भीगने लगा था। उनका गोरा चिकना जिस्म पसीने में लथ-पथ हो चूका था।
“ओह रोहित आह्ह आह्हा आह्हा।”
तभी सोनिया जी का पानी निकल गया और फिर सोनिया जी ढेर होकर मुझसे लिपट गई। फिर थोड़ी देर तक सोनिया जी मेरे ऊपर ही पड़ी रही। अब मेरा लंड फिर से सोनिया जी के किले को भेदने को तैयार था।
अब मैंने सोनिया जी फिर से बिस्तर पर पटक दिया और उनकी चिकनी टांगे खोल दी। अब मैं सोनिया जी चूत मे लंड डाल कर उन्हें फिर से चोदने लगा।
“ओह सोनिया जी आह्ह बहुत कमाल की माल हो आप।”
“आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह। बजा लो इस माल को। अब ये माल आपका ही है।”
“हां सोनिया जी। अब तो इस माल पर मेरा कब्जा हो चुका है।”
“हां रोहित जी।”
मैं सोनिया जी की चूत में झमाझम लंड ठोक रहा था। मेरे लंड की ठुकाई से सोनिया जी बुरी तरह से हिल रही थी। आज उनके जिस्म का पुर्ज़ा-पुर्ज़ा ढीला हो चूका था। इसी बीच ताबड़-तोड़ धक्कम-पेल में सोनिया जी का पानी निकल गया।
“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स उन्ह आह्ह ओह सिसस्ससस्स।”
मै सोनिया जी को बजाये जा रहा था। आज मेरा लंड उनके ऊपर कहर बन कर टूट रहा था। मैं झमाझम सोनिया जी चूत ठोक रहा था। भाभी जी बार-बार इधर-उधर हो रही थी। मेरा लंड सोनिया जी की चीखे निकाल रहा था।
“आह्हा आह्ह ओह्ह्ह सिसस आह्हा।”
फिर मैंने सोनिया जी को बहुत देर तक ऐसे ही बजाया। अब मैंने सोनिया जी की गांड के नीचे एक तकिया लगा दिया।
अब मैं सोनिया जी की टांगे फैला कर उनकी की चूत को चाटने लगा। मुझे सोनिया जी की चूत चाटने में बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं भूखे कुत्ते की तरह सोनिया जी की चूत चाट रहा था। सोनिया जी अब चुप-चाप मेरे बालों को सहला रही थी। तभी धीरे-धीरे सोनिया जी की चूत में खलबली होने लगी।
“ओह आह्ह सिससस्स आह्ह ओह रोहित जी, आह्ह सिसस्ससस्स उन्ह।”
अब सोनिया जी की चूत में सुरसुरी हो रही थी। तभी सोनिया जी पलंग के बिस्तर को मुट्ठियों में कसने लगी।
“ओह रोहित जी, उन्ह सिससस्स ओह आराम से।”
मैं तो सोनिया जी की चूत का जम कर मज़ा ले रहा था। मुझे सोनिया जी की चूत चाटने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। सोनिया जी बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी। अब सोनिया को खुद को कंट्रोल करना ही मुश्किल हो रहा था।
“ओह रोहित जी उन्ह सिसस्ससस्स।”
तभी सोनिया जी की चूत में उबाल आ गया और उनकी चूत से गरमा गरम सफ़ेद माल बाहर आने लगा। अब मैं सोनिया जी के पानी को चाट रहा था। सोनिया जी के पानी को चाटने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“ओह रोहित जी आह्ह सिससस्स आह्हा।”
अब सोनिया जी मेरे बालों को पकड़े हुए उनकी चूत चटवा रही थी। वो पसीने में भीगी हुई थी। मैं सोनिया जी की चूत को सबड़-सबड़ कर चाट रहा था। मैंने बहुत देर तक सोनिया जी की चूत चाटी।
अब मैं वापस सोनिया जी पर चढ़ गया, और फिर से मैंने सोनिया जी के बोबों को मुंह मे भर लिया। अब मैं फिर से सोनिया जी के बोबों को चूस-चूस कर निचोड़ने लगा। सोनिया जी बड़े आराम से मुझे बोबों का रस पिला रही थी।
“ओह्ह्ह रोहित जी। आह्हा सिसस आह्हा, उन्ह।”
मैं झटके मार-मार कर सोनिया जी के बोबे चूस रहा था। मैं फिर से सोनिया जी के बोबों का प्यासा बन चुका था। सोनिया जी के बोबे मुझे बहुत मज़ा दे रहे थे।
“ओह्ह्ह रोहित जी। उन्ह बहुत अच्छा लग रहा है आह्हा।”
मैं अच्छी तरह से दबा कर सोनिया जी के बोबो का मज़ा ले रहा था। फिर मैंने थोड़ी देर मे ही सोनिया जी के बोबे चूस डाले। अब मैंने सोनिया जी को पलट दिया। अब सोनिया जी का गजराया जिस्म मेरे लंड के सामने था। सोनिया जी की मदमस्त गांड मेरे लंड मे आग लगा रही थी।
अब मुझसे रहा नहीं गया। अब मैं तुरंत सोनिया जी पर चढ़ गया।। अब मेरा लंड सोनिया जी की गांड से टच हो रहा था। मैं अब सोनिया जी उनके कंधो और कानों पर किस कर रहा था। तभी सोनिया जी कसमसा रही थी।
“ओह आह्ह सिससस्स आह्ह उन्ह ओह सिससस्स।”
मुझे तो सोनिया जी के जिस्म को किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं जमकर सोनिया जी की मोटी-मोटी कलाइयों को मसल रहा था। सोनिया जी नस्ते नाबूत होकर मेरे नीचे दबी हुई थी। वो अब आतुर होकर बिस्तर को मुट्ठियों में भींच रही थी।
“आह्हा ओह्ह्ह सिसस ओह्ह्ह मम्मी।”
फिर मैं सोनिया जी की चिकनी चमचमाती हुई पीठ पर किस करने लगा। आहा! सोनिया जी की मखमली पीठ पर किस करने में मुझे अलग ही मज़ा मिल रहा था।
“ओह रोहित सिसस्ससस्स आह्ह सिससस्स ओह आह्ह।”
मैं झमाझम सोनिया जी की पीठ पर किस कर रहा था। तभी भाभी जी उठ गई और पानी पीने लगी। अब भाभी जी हमारा नंगा नज़ारा देख रही थी। मैं सोनिया जी पर टूट पड़ रहा था। फिर मैं नीचे बैठ गया और अब मैं सोनिया जी की शानदार जानदार गांड पर किस करने लगा। सोनिया जी अब गांड को इधर-उधर हिलाने की कोशिश कर रही थी।
“ओह मम्मी, मर्रर्रर्रर्र गईईईई सिससस्स आह्ह आह्ह। ओह रोहित जी, आह्ह।”
मुझे तो सोनिया जी की गांड पर किस करने के बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं अच्छी तरह से सोनिया जी के चूतड़ों को चाट रहा था। फिर मैं सोनिया जी के चूतड़ों को बाइट करने लगा। तभी सोनिया जी तड़प उठी।
“आईई मम्मी ओह्ह्ह मर गईई आह्हा सिसस।”
सोनिया जी बुरी तरह से कसमसा रही थी। मैं सोनिया जी की गांड पर बरस रहा था। फिर मैंने बहुत देर तक सोनिया जी की गांड पर किस किये।
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